
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद से सनसनीखेज मामला सामने आया है। जिस शख्स ने चार साल की मासूम बच्ची को अपनी बेटी जैसी बताकर देखरेख के लिए अपने पास रखा, उसी ने दुष्कर्म के बाद बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या कर दी।
गाजियाबाद के टीलामोड़ थाना इलाके के डिफेंस कॉलोनी में घर के बाहर से लापता चार साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव जंगल में फेंकने के मामले का पुलिस ने मंगलवार को पटाक्षेप कर दिया । बच्ची की हत्या दुष्कर्म के बाद गोद लेने वाले आरोपी ने ही घर में की थी ।
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद जिले के साहिबाबाद से सनसनीखेज मामला सामने आया है । जिस शख्स ने चार साल की मासूम बच्ची को अपनी बेटी जैसी बताकर देखरेख के लिए अपने पास रखा, उसी ने दुष्कर्म के बाद बड़ी बेरहमी से उसकी हत्या कर दी ।
डेढ़ महीने पहले बच्ची के अनाथ हो जाने के बाद से वह रोज ही उसे अपनी हवस का शिकार बना रहा था । इस दरिंदगी का राज खुल जाने के डर से उसकी जान ले ली । 11 मार्च को हुई वारदात का चौंकाने वाला खुलासा करते हुए पुलिस ने मंगलवार को आरोपी दुकानदार को गिरफ्तार कर लिया ।
पुलिस का कहना है कि खुद बच्ची की जान लेकर उसके लापता हो जाने का नाटक करने वाले दुकानदार ने दोस्त नीरज की मदद से शव ठिकाने लगाया था । नीरज को भी पकड़ लिया गया है । डीसीपी ट्रांस हिंडन विवेक यादव ने बताया कि आरोपी मोबाइल रिपेयरिंग की दुकान करता है ।
बच्ची की पिटाई के दौरान जो खून निकला, वह फर्श पर जम गया था । हत्या के आरोपी दुकानदार ने इसे साफ करने का प्रयास तो किया लेकिन धब्बे मिटे नहीं । इन धब्बों को देखकर ही पुलिस का माथा ठनका था वरना हत्या का कोई गवाह नहीं था ।
सुबूत लाश ही थी जिसे हत्या के आरोपी दुकानदार ने दोस्त की मदद से ठिकाने लगाकर गुमशुदगी की झूठी कहानी बना दी थी । आरोपी दुकानदार ने बताया कि बच्ची के माता- पिता से उसकी अच्छी पहचान थी । बच्ची की मां को वह बहन कहता था । वह भी उसे अपना भाई मानती थी । दुकानदार ने मुंहबोली बहन से रक्षा बंधन पर राखी भी बंधवाई थी ।
छह महीने पहले जब मंहबोली बहन मानसिक रोगों से घिर गई तो उसे एक एनजीओ की मदद से दिल्ली के अस्पताल भर्ती कराया गया । 20 जनवरी को बच्ची के पिता की मौत हो गई । 28 जनवरी को उसने उसे देखरेख के लिए अपने पास रख लिया । तब से आरोपी उसे हवस का शिकार बना रहा था ।
गोद लेने वाला डेढ़ माह से कर रहा था चार साल की बच्ची से दुष्कर्म
आपको बता दें कि टीलामोड़ थाना इलाके के डिफेंस कॉलोनी में घर के बाहर से लापता चार साल की बच्ची से दुष्कर्म के बाद हत्या कर शव जंगल में फेंकने के मामले का पुलिस ने मंगलवार को पटाक्षेप कर दिया । बच्ची की हत्या दुष्कर्म के बाद गोद लेने वाले आरोपी ने ही घर में की थी ।
शव को घर के पूजाघर में छिपा दिया था । सभी को बच्ची के लापता होने की जानकारी दी थी । पुलिस ने घर के पास लगे सीसीटीवी फुटेज और घर के फर्श से मिले खून के निशान से आरोपी तक पहुंची । आरोपी ने बच्ची का शव अपने दोस्त संग मिलकर रात में स्कूटी से जंगल में फेंका था ।
डीसीपी ट्रांस हिंडन विवेक यादव ने बताया कि टीलामोड़ थाना क्षेत्र के डिफेंस कॉलोनी से शनिवार को चार साल की बच्ची लापता होने और रविवार को पंचशील कॉलोनी के पास जंगलों में बच्ची का शव मिलने पर हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की गई थी । गोद लेकर बच्ची की देखभाल कर रहे मुंहबोले मामा अजय भाटी निवासी डिफेंस कॉलोनी ने हत्या का मुकदमा दर्ज कराया था ।
अपने दोनों बच्चों संग दुकान पर जाने के दौरान बच्ची के रास्ते से लापता होने की जानकारी दी थी । पुलिस की पांच टीमों को लगाकर जांच की तो सीसीटीवी में अजय की दोनों बच्चे ही दुकान तक जाते दिखाई दिए । घर से दुकान तक के रास्ते में बच्ची उनके साथ नहीं थी । अजय से सख्ती से पूछताछ कर घर पर जांच की गई तो फर्श पर खून के निशान व पूजाघर में भी सामान इधर उधर पड़ा मिला था । खून के निशान की का इससे पुलिस को अजय की भूमिका संदिग्ध प्रतीत हुई थी ।
हत्या कर पूजाघर में छिपाया था शव
पूछताछ में अजय ने बताया कि शनिवार को पत्नी व दस वर्षीय बेटा बाहर गए हुए थे । बेटी को बाहर से सामान लाने के लिए भेज दिया था । अजय ने बच्ची के साथ दुष्कर्म करने का प्रयास किया था लेकिन बच्ची के चिल्लाने पर पिटाई कर दी थी । इससे बच्ची के नाक से खून निकल आया था । दुष्कर्म के बाद बच्ची की नाक व मुंह पर हाथ रखकर हत्या कर दी थी ।
शव को अपने घर के पूजा घर में छिपाकर बाहर से दरवाजा बंद कर दिया था । बेटे के आने पर बच्ची के लापता होने की बात कही । यही बात मम्मी व अन्य लोगों को कहने को बोला । ऐसा नहीं करने पर पिटाई करने का डर भी दिखाया था । इस कारण अजय के दोनों बच्चों ने भी पुलिस को अंत तक बच्ची के लापता होने की ही जानकारी दी । पूरा परिवार व उसका दोस्त बच्ची को खोजने का नाटक करता रहा ।
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